आजकल इंटरनेट पर हर जगह रजिस्ट्रेशन, साइन-अप और सब्सक्रिप्शन की मांग होती है। ऐसे में कई बार हमें अपना असली ईमेल साझा करने में झिझक महसूस होती है, क्योंकि स्पैम, मार्केटिंग मेल या डेटा लीक का खतरा बना रहता है। यहीं पर डिस्पोज़ेबल ईमेल एड्रेस हमारी मदद करता है।
सीधे शब्दों में कहें तो यह एक अस्थायी ईमेल आईडी होती है, जो थोड़े समय के लिए बनाई जाती है और काम पूरा होने के बाद खत्म कर दी जाती है। इसे टेम्परेरी ईमेल, थ्रोअवे ईमेल या बर्नर ईमेल भी कहा जाता है। इसका उद्देश्य यह है कि आप ऑनलाइन सेवाओं का इस्तेमाल बिना अपनी असली पहचान उजागर किए कर सकें।
जब आप किसी डिस्पोज़ेबल ईमेल सर्विस पर जाते हैं, तो सिस्टम आपको तुरंत एक रैंडम ईमेल एड्रेस दे देता है। इस पते पर आने वाले सभी मेल उसी वेबसाइट या ऐप के इनबॉक्स में दिखते हैं, न कि आपके पर्सनल ईमेल पर।
ऑटो-जनरेशन: सर्वर एक यूनिक और अस्थायी एड्रेस बनाता है।
लिमिटेड लाइफस्पैन: यह ईमेल कुछ मिनटों या घंटों के बाद खुद-ब-खुद डिलीट हो जाता है।
फॉरवर्डिंग (कभी-कभी): कुछ सेवाएँ मेल को आपके असली इनबॉक्स में फॉरवर्ड भी करती हैं, ताकि सुविधा बनी रहे।
न्यूज़लेटर या प्रमोशनल साइट्स पर साइन-अप करते समय।
किसी नए फोरम, गेम या ऐप को टेस्ट करने के लिए।
अज्ञात स्रोतों से फाइल डाउनलोड करने से पहले वेरिफिकेशन के लिए।
अपनी प्राइवेसी और इनबॉक्स को साफ रखने के लिए।
हालाँकि यह सुविधा बेहद उपयोगी है, लेकिन इसे बैंकिंग, ऑफिस वर्क या महत्वपूर्ण खातों के लिए इस्तेमाल करना सही नहीं होगा, क्योंकि डेटा असुरक्षित हो सकता है और ईमेल खत्म होते ही आपकी मेल हिस्ट्री भी मिट जाती है।
क्या डिस्पोज़ेबल ईमेल एड्रेस और एलियास ईमेल एक ही हैं?
नहीं, दोनों अलग हैं। डिस्पोज़ेबल ईमेल एड्रेस अस्थायी होता है और थोड़े समय बाद मिटा दिया जाता है, जबकि एलियास ईमेल आपके मौजूदा ईमेल अकाउंट से जुड़ा एक स्थायी वैकल्पिक पता होता है। एलियास के ज़रिए आने वाले सभी मेल आपके असली इनबॉक्स में पहुँचते हैं, लेकिन डिस्पोज़ेबल ईमेल आमतौर पर सीमित समय तक ही सक्रिय रहता है और समाप्त होते ही उसका डेटा भी हट जाता है।
लोग अलग-अलग कारणों से डिस्पोज़ेबल ईमेल का इस्तेमाल करते हैं। आइए जानते हैं इसके सबसे प्रमुख फायदे:
आपका असली ईमेल बैंक, सोशल मीडिया, नौकरी और कई ज़रूरी सेवाओं से जुड़ा होता है। अगर किसी वेबसाइट का डाटा लीक हो जाए, तो डिस्पोज़ेबल ईमेल आपकी असली आईडी को सुरक्षित रखता है। ईमेल वेरिफिकेशन के लिए आप खास ईमेल वेरिफिकेशन सॉफ़्टवेयर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
कभी-कभी एक न्यूज़लेटर के लिए साइन-अप करने के बाद कई अनचाहे मेल आने लगते हैं। ये न सिर्फ इनबॉक्स भर देते हैं बल्कि समय भी बर्बाद करते हैं। डिस्पोज़ेबल ईमेल देकर आप शुरुआत से ही इस परेशानी को रोक सकते हैं।
डेवलपर्स या ऐप/वेबसाइट टेस्ट करने वाले लोगों को अक्सर कई ईमेल अकाउंट की ज़रूरत पड़ती है। डिस्पोज़ेबल ईमेल से आप आसानी से फ़ॉर्म, ऐप या साइट टेस्ट कर सकते हैं, बिना नए जीमेल या याहू अकाउंट बनाने के झंझट में पड़े।
पासवर्ड सेट करने या लंबे फॉर्म भरने की ज़रूरत नहीं। बस क्लिक करें, कॉपी करें और इस्तेमाल शुरू करें। खासकर तब उपयोगी, जब ईमेल सिर्फ कुछ दिनों के लिए चाहिए।
अगर आपको कोई फ्री पीडीएफ डाउनलोड करनी है या ट्रायल के लिए रजिस्टर करना है, तो अस्थायी ईमेल सबसे बढ़िया है। काम पूरा होने के बाद इसे भूल जाएं—कोई मेल नहीं, कोई ट्रैकिंग नहीं, कोई स्पैम नहीं।
आज के समय में प्राइवेसी बेहद अहम है। कई वेबसाइट्स बिना वजह ईमेल मांग लेती हैं। डिस्पोज़ेबल ईमेल से आप अपनी पहचान छुपा सकते हैं, कम डाटा साझा करते हैं और ऑनलाइन अपनी सुरक्षा बनाए रखते हैं।
डिस्पोज़ेबल ईमेल एड्रेस इंटरनेट की भीड़भाड़ में एक सुरक्षात्मक दीवार की तरह काम करता है। यह आपकी असली पहचान को बचाते हुए आपको फ्री और रिस्क-फ्री ऑनलाइन इंटरैक्शन का मौका देता है। बस ज़रूरत के हिसाब से इसका इस्तेमाल करें, ताकि सुविधा और सुरक्षा दोनों साथ बनी रहें।